झिरन्या। MP NEWS : झिरन्या मुख्यालय सहित पूरी तहसील में सड़क किनारे के ढाबों, होटलों और नगर ,कस्बों,ग्रामीण क्षेत्रों की दुकानों में अवैध शराब का कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है। आबकारी विभाग के जिम्मेदारों के आशीर्वाद का फायदा शराब ठेकेदार उठा रहे है।
सरकार ने जब से अहातों को बंद किया है तब से शहर सहित तहसील में शराब माफियाओं ने अपना मजबूत नेटवर्क बना लिया है। वे खुले रूप से सड़क किनारे के ढाबों, होटलों और नगर ,कस्बों, ग्रामीण क्षेत्रों की दुकानों में अवैध शराब की सप्लाई देकर जमकर नशे का कारोबार कर रहे हैं।
लाल,सफेद शराब और बियर सहित अन्य नशा आसानी से खरीदा जा सकता है। कहने को तो आबकारी के पास झिरन्या मुख्यालय पर शराब ठेके रजिस्टर्ड हैं। आबकारी विभाग की साठ गांठ से मौजूद ढाबे और कुछ चुनिंदा दुकानें मयखाना बन गए हैं।
अफसर कर रहे अनदेखी
नशे के फैलते इस अवैध नेटवर्क के कारण गांव-गांव में युवा नशे की गिरफ्त में आ रहे हैं। झिरन्या तहसील में नशा किस तरह से बिक रहा है यह पुलिस द्वारा पूर्व में की गई छापामार कार्रवाई में शामने आता रहा है। इतना होने के बाद भी आबकारी विभाग के जिम्मेदार अफसर अनदेखी करते रहे हैं। ग्रामीण इलाको में गरीब आदिवासियों के घर पर कार्रवाई कर विभागीय अधिकारियों के द्वारा खानापूर्ति कर दी जाती है।
लेकिन तहसील मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में दर्जनों बाइक के पीछे भारी तादाद में फालिया फालिया गांव गांव में अवैध शराब की बिक्री की जा रही है। जिस पर विभाग द्वारा देख कर भी अनदेखी कर रहा हे ।