रायपुर। मतदान से पहले कांग्रेस की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक और छत्तीसगढ़ में दूसरा लेटर बम फटा। वहीं राधिका खेड़ा के इस्तीफे से रायपुर से दिल्ली तक सियासत गरमा गई है। जिसके बाद आज उन्होंने अपने इस्तीफे को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ से लेकर आलाकमान पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। जिसके बाद पीसीसी चीफ दीपक बैज का बयान भी सामने आ गया है।
पीसीसी चीफ दीपक बैज ने कहा कि मैंने सभी लोगों से चर्चा की है। रिपोर्ट बनाकर AICC को भेजी है। पार्टी अभी जांच कर रही है। राधिका खेड़ा को पार्टी के निर्णय के आने तक का इंतजार करना था। वर्तमान संचार विभाग के पदाधिकारी पर कार्रवाई पर पीसीसी चीफ ने कहा कि मैंने अपनी पूरी रिपोर्ट AICC को भेज दी है। अब AICC को निर्णय लेना है।
राधिका खेड़ा के श्रीराम मंदिर जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि रामलला के मंदिर कोई भी जा सकता है। देश का हर नागरिक जा सकता है। इसको किसी जाति, धर्म से जोड़कर नहीं देखना चाहिए।
मुख्यमंत्री के बयान पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने पलटवार करते हुए कहा कि सीएम साय पहले कर्नाटक के मामले को सुलझाएं। महिला पहलवानों के बारे में पहले सोचना चाहिए। इनके पास कोई मुद्दा नहीं है। तीसरे चरण के चुनाव को लेकर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बैज ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मतदाताओं ने मन बना लिया है की कांग्रेस को जिताना है। कांग्रेस की 5 गारंटी देश की जनता के हित में काम करेगी। बीजेपी घबराई हुई है। इसलिए दूसरे के घरों में झांकने में लगी हुई है।
कथनी और करनी में फर्क : सीएम साय
सीएम साय ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर की महिला कांग्रेस प्रवक्ता अपमानित हुई हैं। नारी न्याय की बात करने वालों की कथनी और करनी में जमीन आसमान का फर्क है। कांग्रेस की आज दुर्गति हो रही है। उन्होंने कहा कि जिस पार्टी ने देश में एक छत्र शासन किया वो विलुप्त होने की कगार पर है।
सीएम साय ने कहा कि कांग्रेस प्रभु राम विरोधी है। कांग्रेस ने राम भगवान पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया था. प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण भी उन्होंने स्वीकार नहीं किया था। भगवान राम का निमंत्रण हर कोई स्वीकार करता है। उसमें शामिल होना या नहीं होना यह अलग बात है। पर निमंत्रण अस्वीकार कर क्या जताना चाहते हैं। यही जताना चाहते हैं कि प्रभु राम विरोधी हैं। जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले पर सीएम साय ने कहा पहले की अपेक्षा घटनाएं कम हो रही है। पहले रोज होती थी, जब से मोदी सरकार आई है तब से पत्थरबाजी नहीं हो रही है।