जगदलपुर। तेलंगाना पुलिस को बड़ी सफलता मिली हैं। दरअसल तेलंगाना पुलिस ने एक महिला नक्सली को गिरफ्तार किया है जिसके सिर पर पुलिस ने एक करोड़ का इनाम रखा था। आरोपी महिला की पहचान सुजाता के रूप में हुई है जो छत्तीसगढ़ के सुकमा में हुई कई बड़ी नक्सली घटनाओं में शामिल थी। पुलिस के मुताबिक, महिला को उस समय अरेस्ट किया गया जब वह इलाज के लिए तेलंगाना में हैदराबाद के महबूबनगर गई हुई थी। पुलिस को उम्मीद है कि आरोपी महिला से पूछताछ के बाद नक्सलियों के बारे में बड़ा इनपुट मिल सकता है।
नक्सलियों की केंद्रीय कमेटी सदस्य व साउथ सब जोनल ब्यूरो की इंचार्ज सुजाता ऊर्फ मेनी बाई ऊर्फ जानकी को तेलंगाना पुलिस ने महबूबनगर से गिरफ्तार कर लिया है। सुजाता पर एक करोड़ से अधिक का इनाम घोषित है। वह दुर्दांत नक्सली मालाजुला कोटेश्वर राव ऊर्फ किशनजी की पत्नी है।
सूत्रों के मुताबिक, सुजाता नक्सली लीडर कोटेश्वर राव उर्फ किशनजी की विधवा है। 2011 में जब किशनजी को पुलिस ने मार गिराया तो वह बंगाल से बस्तर आ गईं। इसके बाद वह यहां सक्रिय हो गई और बस्तर डिविजनल कमेटी की प्रभारी समेत कई पदों पर तैनात रहीं।
बड़े हमलों के पीछे सुजाता का ही दिमाग रहा है। 2007 में एर्राबोर में 23 जवान बलिदान, अप्रैल 2010 में ताड़मेटला में 76 जवान बलिदान, 2010 में गादीरास में 36 की हत्या, झीरम में 2013 में कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर हमले में 31 की हत्या, 2017 चतागुफा में 25 जवान, मिनपा में 17 जवान, टेकुलगुड़ेम में 21 जवान के बलिदान की घटनाओं के पीछे सुजाता ही रही है।