रायपुर। राजधानी रायपुर के नाइट क्लब की पार्किंग में देर रात हुए गोलीकांड के बाद आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के खिलाफ हत्या के प्रयास के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अब पुलिस ने आरोपियों का जुलुस निकाला ही। आरोपी रोहित तोमर, विकास अग्रवाल, रंग मन्धान और अमित तनेजा को सर मुंडवाकर सड़कों पर जुलिस निकला। साथ ही कोर्ट में पेशी के लिए भी उन्हें पैदल लेकर पहुंची।
जानकारी के अनुसार, विकास ने रोहित पर आरोप लगाया है कि उसने अपनी कार में रखे क्रिकेट बैट से उस पर हमला किया। इसके अलावा बीयर की बोतल से सीने पर वार किया जो उसकी कोहनी पर लगा और खून निकलने लगा। विकास ने आगे कहा कि, उसने अपने बचाव में हवाई फायर किया है। रोहित का आरोप है कि, विकास ने उसके सिर पर फायर किया था जिससे उसकी मौत हो जाए। लेकिन वह नीचे बैठ गया जिससे गोली उसे नहीं लगी और उसकी जान बच गई। तेलीबांधा पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
रोहित पहले भी जा चुका है जेल
मामलें में जानकारी निकल कर सामने आई है कि फायर कांड में शामिल रोहित तोमर, करणी सेना के अध्यक्ष वीरेंद्र तोमर का भाई है। इसके पहले भी रोहित तोमर अपने भाई के साथ सूदखोरी के मामले में जेल जा चुका है। इनके ऊपर लोगों को उधारी में पैसे देकर ज्यादा ब्याज वसूलने का आरोप है। पैसे नहीं देने पर ये अपने गुर्गों के साथ मिलकर पीड़ित से मारपीट करते थे। तोमर ब्रदर्स के शहर में कई बड़े नेताओं के साथ संबंध बताए जा रहे है।
शहर के कई थानों में केस दर्ज
तोमर भाइयों के खिलाफ राजधानी रायपुर के अलग-अलग थानों में मामले दर्ज हैं। साल 2019 में सूदखोरी के एक मामले में कारोबारी की शिकायत के बाद से रोहित तोमर फरार हो गया था। जिसे रायपुर पुलिस ने दिल्ली में लगातार 5 दिनों तक कैंप पर गिरफ्तार किया था।