रायपुर। CG Patwari Strike : छत्तीसगढ़ के पटवारी लगभग एक महीने से अपनी मांगों को लेकर के हड़ताल कर रही थे। इस बीच पटवारियों की कई बार सरकार से बात हुई लेकिन सहमति नहीं बन पा रही थी। जिसके बाद कल रात राजस्व पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष भगवत कश्यप ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा की। ऐलान करते हुए कहा कि
जनता के काफी सारे काम रुके हुए हैं, हम जनहित में हड़ताल खत्म करने का फैसला ले रहे हैं। इधर हड़ताल खत्म करते ही पटवारियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से सीएम आवास पहुंचकर मुलाकात की है।
भागवत कश्यप ने कहा- छात्र हित को देखते हुए, खेती किसानी का भी समय चल रहा है, जन हित काे देखते हुए हड़ताल स्थगित कर रहे हैं। पिछले करीब 1 महीने से पटवारी हड़ताल पर थे। सरकार ने एस्मा लगाया, लेकिन उसका भी कोई असर नहीं हुआ। नतीजा ये हुआ कि राजस्व का पूरा कामकाज ठप पड़ गया है।
न तो सीमांकन हो रहा और न ही आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र बन रहे हैं। उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए इन दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है और अभी प्रवेश शुरू होने वाले हैं, ऐसे में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थी भी परेशान हो रहे थे।
ये थी 8 मांगे
पटवारियों के वेतन में बढ़ोतरी की जाए।
वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति हो।
कार्यालय, संसाधन और भत्ते दिए जाएं।
स्टेशनरी का भत्ता दिया जाए ।
अन्य हल्के का अतिरिक्त प्रभार मिलने पर भत्ता मिले।
पटवारी भर्ती के लिए योग्यता स्नातक करने की मांग ।
मुख्यालय निवास की बाध्यता समाप्त की जाए ।
बिना विभागीय जांच के पटवारियों पर एफआईआर दर्ज न की जाए।
बता दे कि, पटवारी संघ 15 मई से हड़ताल पर थे। पटवारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल के चलते आम जनता के राजस्व संबंधी कार्यों को निपटाने में काफी कठिनाई आ रही थी। शुक्रवार से फिर पटवारी अपने काम पर लौटेंगे।
राजस्व सचिव के बयान के बाद आया पटवारियों का फैसला
छत्तीसगढ़ में पटवारी / शिक्षक और कई संघ अपनी मांगो को लेकर हड़ताल करते आए है। पिछले करीब 1 महीने से हड़ताल पर बैठे पटवारी ने इसे ख़त्म करने का फैसला लिया। इससे कुछ समय पहले राजस्व सचिव एनएन एक्का ने एस्मा लगाए जाने के बाद भी पटवारियों के जारी हड़ताल के सवाल पर बोले कि आखिरी मौका दे दिया गया है। अब अगर काम पर नहीं लौटे, तो नौकरी जाएगी। बात खत्म। गुरुवार को जब ये बयान सामने आया तो रात में पटवारियों ने हड़ताल स्थगित कर दी।