रायपुर। आज देशभर में देवउठनी एकादशी का पर्व मनाया जा रहा है। ऐसी मान्यता है कि भगवान विष्णु 5 माह की निद्रा के पश्चात देवउठनी एकादशी के दिन जागते हैं। देवउठनी एकादशी के बाद से सभी मांगलिक कार्य शुरू किए जाते हैं। साथ ही देवउठनी एकादशी की शाम शालिग्राम जी और तुलसी माता का विवाह किया जाता हैं।
देवउठनी एकादशी 2024 शुभ मुहूर्त
देवउठनी एकादशी पूजा शुभ मुहूर्त – 12 नवंबर 6:42 बजे से सुबह 7:52 बजे तक.
देवउठनी एकादशी व्रत पारण समय – 13 नवंबर सुबह 6:42 बजे से 8:51 बजे तक
देवउठनी एकादशी का महत्व
देवउठनी एकादशी का महत्व सभी एकादशियों में सबसे अधिक माना गया है। इस दिन भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी की पूजा करने से उनकी कृपा से सभी कष्ट व संकट दूर होते हैं और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं, जिससे घर में सख-समृद्धि व संपन्नता आती है। देवउठनी एकादशी से सभी शुभ व मांगलिक कार्य जैसे शादी, विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश आदि कार्य प्रारंभ हो जाते हैं। इस दिनों से तुलसी विवाह भी होता है। इस दिन पूजन करने के साथ ही यह भी कामना की जाती है कि परिवार में सभी सदस्यों के संकट दूर हों और होने वाले मंगल कार्यक्रम बिना किसी निर्विघ्न संपन्न हो जाएं।